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नयी दिल्ली से आ रही मगध एक्सप्रेस ‘द बर्निंग ट्रेन’ बनने से बाल-बाल बच गयी. ट्रेन सोमवार की दोपहर 3:15 बजे दानापुर-मुगलसराय रेलखंड के टुड़ीगंज और रघुनाथपुर के बीच गुजर रही थी, तभी उसके इंजन में आग लग गयी. इसे देख लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगा कर ट्रेन रोक दी और आनन-फाइन में इंजन से डिब्बाें को अलग किया गया.वहीं, इंजन में आग लगी देख यात्री डिब्बाें से कूदने लगे, जिसमें चार यात्री जख्मी हो गये. हालांकि, इंजन में लगी आग की सूचना तत्काल डुमरांव के फायर ब्रिगेड को दी गयी और लोको पायलट अपने अग्निशमन संयंत्र से आग बुझाने में जुट गये. सूचना पर जल्द फायर ब्रिगेड की वाहन पहुंची, जिसकी मदद से आग पर जल्द काबू पा लिया गया. घटना में किसी की मौत नहीं हुई है, लेकिन इंजन को नुकसान हुआ है. आग बुझाने के बाद दूसरे इंजन की मदद से मगध एक्सप्रेस के डिब्बाें को सुरक्षित टुड़ीगंज स्टेशन लाया गया. इसके बावजूद शाम 5:45 बजे तक स्टेशन पर अफरा-तफरी मची रही. करीब तीन घंटे तक डाउन लाइन पर ट्रेनों के परिचालन बाधित रहा. इस दौरान ट्रेन संख्या 15564 उधना-जयनगर अंत्याेदय एक्सप्रेस, 12368 विक्रमशिला एक्सप्रेस, 15667 गांधीधाम-कामाख्या एक्सप्रेस, 12370 कुंभ एक्सप्रेस और 12304 पूर्वा एक्सप्रेस विभिन्न स्टेशनों पर रुकी रहीं. शाम 5:45 बजे मगध एक्सप्रेस को रवाना करने के बाद डाउन लाइन पर फंसी ट्रेनों को धीरे-धीरे रवाना किया गया. शाम सात बजे के बाद डाउन लाइन पर परिचालन सामान्य किया जा सका. मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली से पटना होते हुए इस्लामपुर तक जाने वाली मगध एक्सप्रेस के इंजन का एसएल स्लीपर से टकरा कर टूट गया, जिससे चिनगारी निकलने की वजह से आग लग गयी. इंजन से आग की लपटें और धुआं निकलते देख यात्रियों में अफरा-तफरी मच गयी. यात्री जान बचाने के लिए चलती ट्रेन से कूदने लगे. चालक ने सूझबूझ दिखाते हुए इमरजेंसी ब्रेक लगा कर ट्रेन रोक दी. इसके साथ ही लोको पायलट ने घटना की सूचना कंट्रोल को दिया. सूचना मिलते ही रेलमंडल के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की जांच शुरू की.
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